अरुण आनंद इस आलेख के माध्यम से दिल्ली की सीमा पर कृषि कानूनों के विरोध के नाम पर आयोजित उस जमावड़े की सच्चाई की पड़ताल कर रहे हैं जिसे किसान आंदोलन का नाम दिया जा रहा है। क्या वाकई यह किसानों का आंदोलन है?