डा. मीना कुमारी बता रही हैं सरकार करोड़ों-अरबों रुपए इस संदेश को फैलाने में खर्च करती है कि ‘पानी बचाओ, प्रकृति बचाओ’। इन सबके लिए रामबाण तो हमारे समाज की महिलाएं हैं